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Bihar Board Class 10 Science Chapter 5 Solutions – तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

BSEB Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण


Bihar Board Class 10 Science Solutions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण Textbook Questions and Answers, Additional Important Questions, Notes.


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तत्वों का आवर्त वर्गीकरण (Bihar Board class 10 Science chapter 5) में हम तत्वों के वर्गीकरण की प्रक्रिया और उनके आवर्त सारणी के विकास के बारे में अध्ययन करेंगे। इस अध्याय में, हम विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत वर्गीकरण प्रणालियों जैसे डोबेराइनर की त्रिक, न्यूलैंड्स का अष्टक सिद्धांत, मेंडलीफ की आवर्त सारणी, और आधुनिक आवर्त सारणी को समझेंगे। इसके अलावा, हम जानेंगे कि तत्वों की आवर्त सारणी को किस प्रकार बनाया गया है और इसमें तत्वों की स्थिति उनके परमाणु क्रमांक और गुणधर्मों के आधार पर कैसे निर्धारित की जाती है। यह अध्याय रसायन विज्ञान की मूलभूत अवधारणाओं को समझने और तत्वों के व्यवस्थित अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।


Bihar Board Class 10 Science तत्वों का आवर्त वर्गीकरण In Text Questions and Answers


अनुच्छेद 5.1 पर आधारित


प्रश्न 1. क्या डॉबेराइनर के त्रिक, न्यूलैंड्स के अष्टक के स्तंभ में भी पाए जाते हैं? तुलना करके पता कीजिए।

उत्तर: हाँ, डॉबेराइनर के कुछ त्रिक न्यूलैंड्स के अष्टक के स्तंभों में पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, लिथियम (Li), सोडियम (Na), और पोटैशियम (K) का त्रिक न्यूलैंड्स के अष्टक के एक ही स्तंभ में है। यह दोनों वर्गीकरणों के बीच कुछ समानता दर्शाता है।


प्रश्न 2. डॉबेराइनर के वर्गीकरण की क्या सीमाएँ हैं?

उत्तर: डॉबेराइनर के वर्गीकरण की मुख्य सीमा यह थी कि यह सभी ज्ञात तत्वों को वर्गीकृत नहीं कर सका। केवल कुछ ही तत्वों को त्रिकों में व्यवस्थित किया जा सका, जो इस पद्धति की व्यापक स्वीकृति के लिए पर्याप्त नहीं था। इसके अलावा, नए तत्वों की खोज के साथ यह वर्गीकरण अपर्याप्त हो गया।


प्रश्न 3. न्यूलैंड्स के अष्टक सिद्धांत की क्या सीमाएँ हैं?

उत्तर: न्यूलैंड्स का अष्टक सिद्धांत केवल हल्के तत्वों (कैल्शियम तक) पर लागू होता था और भारी तत्वों के लिए असफल रहा। इसने गलत रूप से माना कि केवल 56 तत्व हो सकते हैं, जो बाद में गलत साबित हुआ। कुछ मामलों में, एक ही स्तंभ में रखे गए तत्वों के गुणों में अपेक्षित समानता नहीं थी, जो इस सिद्धांत की एक और कमजोरी थी।


अनुच्छेद 5.2 पर आधारित


प्रश्न 1. मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी का उपयोग कर निम्नलिखित तत्त्वों के ऑक्साइड के सूत्र का अनुमान कीजिए: K, C, Al, Si, Ba

उत्तर: मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी के आधार पर, इन तत्वों के ऑक्साइड के सूत्र हैं: K₂O (पोटैशियम ऑक्साइड), CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड), Al₂O₃ (एल्युमिनियम ऑक्साइड), SiO₂ (सिलिकॉन डाइऑक्साइड), और BaO (बेरियम ऑक्साइड)। ये सूत्र तत्वों की संयोजकता और आवर्त सारणी में उनकी स्थिति पर आधारित हैं।


प्रश्न 2. गैलियम के अतिरिक्त, अब तक कौन-कौन से तत्त्वों का पता चला है जिसके लिए मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली स्थान छोड़ दिया था? दो उदाहरण दीजिए।

उत्तर: मेन्डेलीफ द्वारा भविष्यवाणी किए गए दो अन्य तत्व हैं: स्कैंडियम और जर्मेनियम। इन तत्वों की खोज ने मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की सटीकता और भविष्य-दृष्टि को प्रमाणित किया, जो वैज्ञानिक समुदाय में इसकी स्वीकृति का एक प्रमुख कारण बना।


प्रश्न 3. मेन्डेलीफ ने अपनी आवर्त सारणी तैयार करने के लिए कौन-सा मापदंड अपनाया?

उत्तर: मेन्डेलीफ ने तीन मुख्य मापदंड अपनाए:


(1) तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु द्रव्यमान के क्रम में व्यवस्थित किया

(2) समान रासायनिक गुणों वाले तत्वों को एक समूह में रखा

(3) तत्वों के हाइड्राइड और ऑक्साइड के अणु-सूत्रों को आधार बनाया। इन मापदंडों ने तत्वों के गुणों में आवर्तता को प्रदर्शित करने में मदद की।


प्रश्न 4. आपके अनुसार उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में क्यों रखा गया?

उत्तर: उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में रखा गया क्योंकि वे अत्यंत अक्रियाशील हैं और अन्य तत्वों से भिन्न व्यवहार करती हैं। इनकी खोज मेन्डेलीफ की मूल सारणी के बाद हुई थी। इन्हें बिना सारणी की मूल संरचना को बदले एक नए समूह में रखना सबसे उपयुक्त था, जो इनके विशिष्ट गुणों को दर्शाता है।


अनुच्छेद 5.3 पर आधारित


प्रश्न 1. आधुनिक आवर्त सारणी द्वारा किस प्रकार से मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी की विविध विसंगतियों को दूर किया गया?

उत्तर: आधुनिक आवर्त सारणी ने कई सुधार किए:


(1) तत्वों को परमाणु संख्या के क्रम में रखा, जिससे समस्थानिकों की समस्या हल हुई

(2) हाइड्रोजन को उचित स्थान दिया

(3) भारी और हल्के तत्वों का क्रम सही किया

(4) अक्रिय गैसों को 18वें समूह में रखा।


इन परिवर्तनों ने सारणी को अधिक तार्किक और व्यवस्थित बनाया।


प्रश्न 2. मैग्नीशियम की तरह रासायनिक अभिक्रियाशीलता दिखाने वाले दो तत्त्वों के नाम लिखिए? आपके चयन का क्या आधार है?

उत्तर: कैल्सियम (Ca) और बेरियम (Ba) मैग्नीशियम जैसी रासायनिक अभिक्रियाशीलता दिखाते हैं। ये सभी द्वितीय समूह के तत्व हैं और इनके बाहरी कक्ष में दो संयोजी इलेक्ट्रॉन होते हैं, जो इनके समान रासायनिक व्यवहार का कारण है।


प्रश्न 3. निम्न के नाम बताइए –

(a) तीन तत्त्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में एक इलेक्ट्रॉन उपस्थित हो।

(b) दो तत्त्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में दो इलेक्ट्रॉन उपस्थित हों।

(c) तीन तत्त्वों जिनका बाहरी कोश पूर्ण हो।


उत्तर:

(a) लीथियम (Li), सोडियम (Na), पोटैशियम (K)

(b) मैग्नीशियम (Mg), कैल्सियम (Ca)

(c) हीलियम (He), निऑन (Ne), आर्गन (Ar)


प्रश्न 4.

(a) लीथियम, सोडियम, पोटैशियम, ये सभी धातुएँ जल से अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस मुक्त करती हैं। क्या इन तत्त्वों के परमाणुओं में कोई समानता है?

(b) हीलियम एक अक्रियाशील गैस है जबकि निऑन की अभिक्रियाशीलता अत्यंत कम है। इनके परमाणुओं में कोई समानता है?


उत्तर:

(a) हाँ, इन सभी धातुओं के बाहरी कक्ष में एक ही इलेक्ट्रॉन होता है, जो इन्हें समान रासायनिक व्यवहार प्रदान करता है।

(b) दोनों गैसों के बाहरी कक्ष पूर्णतः भरे होते हैं, जो इन्हें अत्यधिक स्थिर और कम अभिक्रियाशील बनाता है।


प्रश्न 5. आधुनिक आवर्त सारणी में पहले दस तत्त्वों में कौन सी धातुएँ हैं?

उत्तर: पहले दस तत्वों में तीन धातुएँ हैं: लीथियम (Li), बेरीलियम (Be), और बोरॉन (B)। ये तत्व धातु के गुण प्रदर्शित करते हैं।


प्रश्न 6. आवर्त सारणी में इनके स्थान के आधार पर इनमें से किस तत्त्व में सबसे अधिक धात्विक अभिलक्षण की विशेषता है? Ga Ge As Se Be

उत्तर: बेरीलियम (Be) में सबसे अधिक धात्विक गुण हैं। आवर्त सारणी में बाईं ओर स्थित तत्व अधिक धात्विक होते हैं, और Be इनमें सबसे बाईं ओर है, इसलिए यह सबसे अधिक धात्विक विशेषताएँ दर्शाता है।


अभ्यास


प्रश्न 1. आवर्त सारणी में बाईं से दाईं ओर जाने पर, प्रवृत्तियों के बारे में कौन- सा कथन असत्य है?

(a) तत्त्वों की धात्विक प्रकति घटती है।

(b) संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ जाती है।

(c) परमाणु आसानी से इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।(d) इनके ऑक्साइड अधिक अम्लीय हो जाते हैं।


उत्तर: (c) परमाणु आसानी से इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।


प्रश्न 2. तत्त्व X, XCl2 सूत्र वाला एक क्लोराइड बनाता है जो एक ठोस है तथा जिसका गलनांक अधिक है। आवर्त सारणी में यह तत्त्व संभवतः किस समूह के अंतर्गत होगा?

(a) Na

(b) Mg

(c) Al

(d) Si


उत्तर: (b) Mg


प्रश्न 3. किस तत्त्व में

(a) दो कोश हैं तथा दोनों इलेक्ट्रॉनों से पूरित हैं?

(b) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 2 है?

(c) कुल तीन कोश हैं तथा संयोजकता कोश में चार इलेक्ट्रॉन हैं?

(d) कुल दो कोश हैं तथा संयोजकता कोश में तीन इलेक्ट्रॉन हैं?

(e) दूसरे कोश में पहले कोश से दोगुने इलेक्ट्रॉन हैं?


उत्तर:

(a) निऑन (Ne) → (2, 8)

(b) मैग्नीशियम (Mg) → (2, 8, 2)

(c) सिलिकॉन (Si) → (2, 8, 4)

(d) बोरॉन (B) → (2, 3)

(e) कार्बन (C) → (2, 4)


प्रश्न 4.

(a) आवर्त सारणी में बोरॉन के स्तंभ के सभी तत्त्वों के कौन-से गुणधर्म समान

(b) आवर्त सारणी में फ्लुओरीन के स्तंभ के सभी तत्त्वों के कौन-से गुणधर्म समान हैं?


उत्तर:

(a) ये सभी धातुएँ हैं और इनके गुणधर्म निम्नवत् हैं –

ये सभी विद्युत के सुचालक होते हैं।

ये दोनों आघातवर्ध्य होते हैं।


(b) ये सभी अधातुएँ हैं और इनके गुणधर्म निम्नवत् हैं –

ये सभी विद्युत के अचालक होते हैं।ये सभी भंगुर होते हैं।


प्रश्न 5. एक परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 7 है।

(a) इस तत्त्व की परमाणु संख्या क्या है?

(b) निम्न में किस तत्त्व के साथ इसकी रासायनिक समानता होगी? (परमाणु संख्या कोष्ठक में दी गई है)N(7) F(9) Ar(18)


उत्तर:

(a) परमाणु संख्या = 17

(b) F (9) के साथ इसकी रासायनिक समानता होगी।


प्रश्न 6. आवर्त सारणी में तीन तत्त्व A, B तथा C की स्थिति निम्न प्रकार है –

Diagram showing groups 16 and 17 with letters A, B, and C.

अब बताइए कि

(a) A धातु है या अधातु।

(b) A की अपेक्षा C अधिक अभिक्रियाशील है या कम?

(c) C का साइज़ B से बड़ा होगा या छोटा? ।

(d) तत्त्व A, किस प्रकार के आयन, धनायन या ऋणायन बनाएगा?


उत्तर:

(a) अधातु।

(b) C कम अभिक्रियाशील है।

(c) C का आकार B से छोटा होगा।

(d) A ऋणायन बनाएगा।


प्रश्न 7. नाइट्रोजन (परमाणु संख्या 7) तथा फॉस्फोरस (परमाणु संख्या 15) आवर्त सारणी के समूह 15 के तत्त्व हैं। इन दोनों तत्त्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए। इनमें से कौन सा तत्त्व अधिक ऋण विद्युत होगा और क्यों?

उत्तर: नाइट्रोजन (Z=7): 2, 5

फॉस्फोरस (Z=15): 2, 8, 5


नाइट्रोजन अधिक विद्युत ऋणात्मक है क्योंकि यह समूह में ऊपर है। आवर्त सारणी में ऊपर से नीचे जाने पर विद्युत ऋणात्मकता घटती है।


प्रश्न 8. तत्त्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का आधुनिक आवर्त सारणी में तत्त्व की स्थिति से क्या संबंध है?

उत्तर: इलेक्ट्रॉनिक विन्यास तत्व की आवर्त सारणी में स्थिति निर्धारित करता है। बाहरी कक्षा के इलेक्ट्रॉन समूह संख्या दर्शाते हैं, जबकि कुल भरी कक्षाएँ आवर्त संख्या बताती हैं।


प्रश्न 9. आधुनिक आवर्त सारणी में कैल्सियम (परमाणु संख्या 20 ) के चारों ओर 12, 19, 21 तथा 38 परमाणु संख्या वाले तत्त्व स्थित हैं। इनमें से किन तत्त्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्म कैल्सियम के समान हैं?

उत्तर:

  • परमाणु संख्या 19 (K) और 21 (Sc): कैल्सियम के समान भौतिक गुण (समान आवर्त)

  • परमाणु संख्या 12 (Mg) और 38 (Sr): कैल्सियम के समान रासायनिक गुण (समान समूह)


प्रश्न 10. आधुनिक आवर्त सारणी एवं मेन्डेलीफ की आवर्त सारणी में तत्त्वों की व्यवस्था की तुलना कीजिए।

उत्तर:

  • आधार: मेन्डेलीफ – परमाणु द्रव्यमान; आधुनिक – परमाणु संख्या

  • अक्रिय गैसें: मेन्डेलीफ – नहीं शामिल; आधुनिक – 18वें समूह में

  • समूह संख्या: मेन्डेलीफ – 8; आधुनिक – 18

  • सटीकता: आधुनिक सारणी ने मेन्डेलीफ की सारणी के अधिकांश दोषों को दूर किया है, जैसे समस्थानिकों का उचित स्थान।


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